श्री राधामाधव देवस्थानम्

Shri Radha Madhav Devasthanam

मंदिर परिसर में दिव्य विशाल पीपल वृक्ष है जो काफी प्राचीन समय से अपनी दिव्यता एवं चमत्कारिक गुणों के कारण क्षेत्र की जनता में लोकप्रिय है। इस प्राचीन पीपल वृक्ष की ‘श्री लक्ष्मीनारायण पीपल’ के रूप में पूजा एवं सेवा की जाती है।
मंदिर परिसर में दिव्य विशाल पीपल वृक्ष है जो काफी प्राचीन समय से अपनी दिव्यता एवं चमत्कारिक गुणों के कारण क्षेत्र की जनता में लोकप्रिय है। इस प्राचीन पीपल वृक्ष की ‘श्री लक्ष्मीनारायण पीपल’ के रूप में पूजा एवं सेवा की जाती है।

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गुरू पूर्णिमा

गुरूजी – महिमा

बिल्ववृक्ष महिमा लोकेन्द्र चतुर्वेदी भारतीय सनातन धर्म में बिल्ववृक्ष की विशेष महिमा बताई गई है। इसको देव वृक्ष की संज्ञा प्राप्त है। इस वृक्ष को श्रीफल वृक्ष भी कहते हैं। यह भगवान शंकर को अत्यंत प्रिय वृक्ष है एवं उनकी प्रसन्नता प्राप्त कराने वाला वृक्ष है। बिल्व वृक्ष के बिल्वपत्र से भगवान शंकर की प्रसन्नता …

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नवग्रह पूजा एवं हवन (नवग्रह शांति पूजा)

नवग्रह – गुरूजी

नवग्रह के दान लोकेन्द्र चतुर्वेदी ज्योतिष शास्त्र द्वारा सभी मानवों का जीवन प्रभावित होता है। वस्तुतः ज्योतिष में वर्णित ग्रह योग सम्पूर्ण मानव जीवन में महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवग्रहों की शुभाशुभ स्थिति से मानव जीवन के क्रिया-कलाप संचालित होते हैं। नवग्रह हमारे पूर्व जन्मों के शुभाशुभ कर्मों के फलों को …

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श्री सत्यनारायण कथा श्रवण

विवाह पंचमी

श्री विवाह पंचमी महिमा मार्गशीर्ष की पंचमी तिथि को त्रेतायुग में मर्यादापुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का विवाह जनकपुर में संपन्न हुआ था। सीता स्वयंवर में भगवान श्रीराम के द्वारा शिव धनुष भंग करने के उपरान्त विदेह राज जनक जी के द्वारा अयोध्यापुरी दूत भेजने पर महाराज श्री दशरथ जी के पुत्र श्री भरत जी एवं श्री …

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